सेना ने भटके कश्मीरी नौजवानों की मां से की अपील, कहा- अपने बच्चों से आतंक का रास्ता छोड़ने को कहें
पुलवामा हमले के बाद आज सेना पहली बार बोली...और खुल कर बोली....इसमें धमकी भी थी तो फिक्र भी था...धमकी आतंकियों के लिए और फिक्र भटके हुए नौजवानों के परिवार के लिए-उनकी मां के लिए...सेना के ऐलान में आतंक के संहार की बात थी तो उसमें कश्मीर के सरोकार की भी बात थी....आज सेना ने बता दिया कि आगे क्या होगा और कैसे होगा. 2010 में कश्मीर के 54 युवक आतंकी बन गये थे...उसके बाद हर साल ये आंकड़ा घटता चला गया था...लेकिन 2014 के बाद स्थानीय लड़कों के आतंक की राह पर जाने का सिलसिला बढ़ता चला गया.
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