खेत में पशु पक्षियों के आक्रमण की भरपूर सम्भावना थी, समझदार किसानों ने उस नौसिखिए किसान को अपने खेत में अड़वा खड़ा करने की सलाह दी

एक नौ सिखिए किसान के खेत में भरपूर फसल हुई,पशु पक्षियों के आक्रमण की भरपूर सम्भावना थी, रात दिन चौकीदारी करना मुमकिन नहीं था समझदार किसानों ने उस नौसिखिए किसान को अपने खेत में अड़वा खड़ा करने की सलाह दी, किसान ने अपने खेत में 'अड़वा' खड़ा कर दिया (अड़वा उस पुतले को कहते हैं जो फसलों को हानि पहुँचाने वाले पशु पक्षियों को डराने के लिए खेत में खड़ा किया जाता है) अड़वे के डर से पशु पक्षी खेत में घुसने की हिम्मत नहीं कर पाते थे
एक दिन संयोग से कोई पक्षी खेत में घुस आया और अनाज की बालियों से दाने खाने लगा, किसान ने देखा कि अड़वा उस पक्षी को उड़ाने के लिए कुछ भी नहीं कर रहा है तो वह आवेश में आ गया और अड़वे को उखाड़ फेंका
किसी काम से किसान को दो दिन के लिए किसी अन्य गाँव में जाना पड़ गया, अपना काम निपटा कर दो दिनों बाद जब किसान अपने खेत में आया तो क्या देखता है ? झुण्ड के झुण्ड पशु पक्षी उस के खेत में घुसे हुए हैं और लगभग सारी फसल को चट कर चुके हैं किसान ने अपना माथा पीट लिया, उस की सारी कमाई लुट चुकी थी, वह रोता बिलखता अपने गाँव पहुँचा और ग्रामीणों से अपनी दास्तान बताई
समझदार किसानों ने उस नौसिखिए किसान को फटकारा और कहा, जिस अड़वे को तुम ने आवेश में आ कर उखाड़ फेंका उसी के डर से पशु पक्षी तुम्हारे खेत में नहीं घुस पाते थे, भले ही अड़वा कुछ नहीं कर सकता था लेकिन उस के डर से तुम्हारी फसलें बची हुई थीं, आवेश में अड़वे को फेंकना निरा मूर्खतापूर्ण कृत्य ही था और उस का परिणाम अब भुगतना ही होगा

तो हे मेरे महानतम मित्रों, आवेश में तुम जिस अड़वे को उखाड़ फेंकना चाहते हो, बड़े शौक से उखाड़ डालो खेती तुम्हारी ही बर्बाद होनी है वैसे भी यह अड़वा जो करता है वह पाकिस्तानी न्यूज चैनल रोज दिखाते है, सनातन विरोधी नेताओ का फ्रस्टेशन, रोज का बयान सब बताने को पर्याप्त है ।।

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