वाजपेयी जी की अटल कविताएं
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी एक सफल नेता होने के साथ-साथ एक अच्छे कवि भी थे। उन्होंने कई कविताएं लिखीं और समय-दर-समय उन्हें संसद और दूसरे मंचों से पढ़ा भी। पेश हैं, उनकी चुनिंदा कविताएं…
मैंने जन्म नहीं मांगा था!
मैंने जन्म नहीं मांगा था,
किन्तु मरण की मांग करुँगा।
जाने कितनी बार जिया हूँ,
जाने कितनी बार मरा हूँ।
जन्म मरण के फेरे से मैं,
इतना पहले नहीं डरा हूँ.... http://www.performindia.com/atal-bihari-vajpayee-best-poem/
मैंने जन्म नहीं मांगा था!
मैंने जन्म नहीं मांगा था,
किन्तु मरण की मांग करुँगा।
जाने कितनी बार जिया हूँ,
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जन्म मरण के फेरे से मैं,
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